Spiritual Soul क्या कहते है शास्त्र, वेद और पुराण

जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मुरत देखी तिन तैसी

चलिए, दुनिया से थोड़ा अलग सोचते है – एपिसोड – 1 कोई भी घटना हमें जैसी दिखाई देती है, जरुरी नहीं की वो ठीक वैसी ही हो ! हमें उस घटना का वही स्वरुप दिखाई देगा जिस दृष्टिकोण से हम उस घटना को देख रहे है ! हो सकता है.

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Spiritual Soul क्या कहते है शास्त्र, वेद और पुराण

सावधान : “अजन्मे-शिशु” देते है “संतान-हीनता” का श्राप

मनुष्य की “उत्पत्ति” का आधार क्या है? संसार में होने वाली हर घटना, उस परमेश्वर की अलौकिक लीला है ! ये घटनाएं पहले ईश्वर के मन में जन्म लेती है, उसके बाद ये तय होता है की इन घटनाओं को कौन और कैसे अंजाम देगा ! इन लीलाओं को अंजाम देने के.

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Motivation for Mind मेरे विचार - "ज़रा हटके"

श्रीराम या रावण ? कलयुग में तो आप ही तय करेंगे कौन हूँ मै ?

ये कहानी है कलियुग के “रामण” की, जी हाँ सिर्फ “रावण” नहीं और सिर्फ “राम” भी नहीं, रामण – जिसमे श्रीराम भी है और रावण भी ! शास्त्रों में 3 युग के बारे में लिखा गया है किन्तु कलियुग के अवतार के बारे में डिटेल में कुछ नहीं लिखा गया है.

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